अडानी के शेयरों में तूफानी तेजी
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) के हमले से हिले अडानी समूह (Adani Group) में धीरे-धीरे स्थिरता आने लगी है। बीते पांत कारोबारी दिनों में अडानी के शेयरों (Adani Shares) में तेजी देखने को मिली है। अडानी समूह की कंपनियों में आई तेजी का असर बाजार पर भी दिख रहा है। बीते एक हफ्ते में अडानी की कंपनियों के शेयर में जारी तेजी सोमवार को भी जारी रही। अडानी के शेयरों में आई इस तेजी के पीछे कई कारण हैं। अडानी के शेयरों में अचानक से लौटी ये तेजी हकीकत है या फिर हवा ये जानना भी जरूरी है। अडानी की कंपनियों के शेयरों में तेजी दिख रही है, लेकिन हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में जो बातें कही हैं, उसका कोई हल अब तक निकलता नहीं दिख रहा है। अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों को कई बार नकारा है, लेकिन कुछ ठोस जवाब नहीं मिला ।
अडानी के शेयरों पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी के शेयरों (Adani Shares) में हेरा फेरी, अकाउंटिंग फ्रॉड, भारी भरकम कर्ज जैसे गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों को लेकर अडानी समूह की ओर से अब तक स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आई है। अडानी के शेयरों में अचानक आई तेजी कुछ लोगों को पच नहीं रही है। हालांकि शेयरों में तेजी के पीछे कुछ अहम कारक जिम्मेदार है। वहीं कंपनी अपने कर्ज को लेकर अब तक कुछ स्पष्ट तौर से नहीं कह पा रही है। कर्ज को लेकर कंपनी के ओर से अस्पष्ट जवाब, शेयरों की ओवरप्राइसिंग को लेकर चुप्पी कुछ सवाल हैं , जो अब तक अनसुलझे हैं। ऐसे में क्या अडानी के शेयरों में ये तेजी असल में निवेशकों की ओर से शेयरों की धड़ल्ले से हो रही खरीदारी का नतीजा है या फिर गौतम अडानी को कुछ निवेशक दोस्तों का साथ उन्हें मिल रहा है। ये निवेशक दोस्त जो अडानी के शेयरों की खरीदारी कर कंपनी के शेयरों में तेजी और समूह पर निवेशकों के भरोसे को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। शेयरों में लौट रही तेजी से खुदरा निवेशकों का भरोसा फिर से अडानी समूह पर बढ़ेगा।