बामन भुजा वाली माता का प्राचीन मंदिर जहां दर्शन मात्र से होती मनोकामनाएं पूरी
रानू अग्निहोत्री / खजुराहो
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो से महज कुछ ही दूरी पर बेनीगंज गांव में स्थित है माता बामुन भुजा वाली देवी का मंदिर यहां की ऐसी मान्यता है कि जो भी यहां पर आता है उसकी समस्त मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं यह मंदिर अत्यंत प्राचीन है बताया जाता है कि चंदेल राजाओं के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया था यह मंदिर एक छोटी पहाड़ी पर बना हुआ है ऐसे मंदिर के बाएं भाग में मां बाराही देवी की छोटी मढ़िया बनी हुई है जिसमें माता की प्रतिमा विराजमान है ऐसा कहा जाता है कि बाराही मां लक्ष्मी माता का ही रूप है दीपावली के दिन इनकी पूजा करने से लोगों के पास धन धान्य की कमी कभी नहीं होती यहां की स्थानीय लोगों के अनुसार चैत्र नवरात्रि और कुंवार की नवरात्रि में भव्य पूजन अर्चना की जाती है और यहां पर दूर-दराज से श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिए आते हैं नवरात्रि में खासतौर पर यहां पर माता को विभिन्न वस्तुओं से सजाया जाता है और इनकी अत्यंत प्राचीन तरीके से पूजा की जाती है 52 भुजा वाली माता अत्यंत प्राचीन है और इनकी जो मूर्ति है उसमें बामुन पूजा बनी हुई है इस मूर्ति का आकार बहुत ही आलोकिक है जिसको देखकर यहां पर आने वाले श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और ना चाहते हुए भी माता के भजनों में नाचते गाते हैं यहां पर देसी विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।